
Pregnancy ke lakshan ! गर्भवती होने के लक्षण
Pregnancy ke lakshan ! गर्भवती होने का एहसास किसी भी स्त्री के लिए अद्भुत होता है। गर्भावस्था के लक्षण प्रकट होते ही स्त्री के मन में खुशी की तरंगे उठने लगती है। दुनिया की हर औरत का पहला प्यार पति और दूसरा प्यार संतान से होता है। गर्भधारण की खबर सुनकर सारे परिवार के मन में खुशी की लहर दौड़ जाती है। सचमुच माँ बनने का अहसास बहुत सुखद होता है। लेकिन कुछ स्त्री को गर्भधारण होने के बाद उनको गर्भ का लक्षण समझ नहीं आता या उनको पता नहीं चलता। आपके इसी समस्या का समाधान करने के लिए हम आपको इस पोस्ट में बतायेंगे –
गर्भवती होने के लक्षण
1.- बड़े स्तन
गर्भधारण करने पर स्त्री के स्तन सामान्य से थोड़ा बड़े हो जाते है। स्तन में भारीपन आ जाता है। गर्भवती होने पर स्तन संवेदनशील और कोमल हो जाते है।
2.- मासिक बंद होना
गर्भधारण होने पर मासिक बंद हो जाता है। अगर आपका मासिक अपने निश्चित समय से 20-25 तक नहीं आये तो समझ लें की आपके घर में नन्हा मेहमान आने वाला है।
3.- इमली या अचार खाने की इच्छा
जो स्त्री गर्भधारण कर लेती है उसे खट्टी चीजे खाने की इच्छा होती है। गर्भवती स्त्री इमली, अचार या कोई खट्टी चीजे खाना चाहती है। गर्भावस्था में मुँह का स्वाद बदल जाता है। इस समय हार्मोन में बदलाव होता है जिसके कारन मुँह का स्वाद बदल जाता है और खट्टी चीजे खाने की इच्छा प्रबल हो उठती है।
4.- बार – बार टॉयलेट जाना
स्त्री का जब गर्भधारण हो जाता है तो उनको बार-बार टॉयलेट जाना पड़ता है। गर्भधारण की स्थिति में किडनी पहले की अपेक्षा ज्यादा सक्रीय हो जाते है जिसके कारण बार-बार टॉयलेट जाने की इच्छा होती है।
5.- सुस्ती और आलस्य
गर्भावस्था के दौरान स्त्री में आलस्य आ जाता है और वो सुस्त पड़े रहना चाहती है। गर्भावस्था के दौरान शरीर में जो भी पोषक तत्व होता है वह पोषक तत्व नए बच्चे के निर्माण में खर्च होने लगता है जिस कारण स्त्री आलस्य का अनुभव करती है।
6.- पीठदर्द
गर्भावस्था के दौरान स्त्री को पीठदर्द भी होता है। अधिकांश मामले में पीठदर्द आठवें या नौवें महीने में होता है लेकिन कुछ स्त्रियों को पहले और दूसरे महीने से ही पीठदर्द होने लगता है।
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7.- शारीरिक थकान
गर्भधारण करने के बाद स्त्री के शरीर में प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन में वृद्धि होता है, इस कारण स्त्री को कई बार थकान महसूस होने लगती है। दूसरे महीने से ही स्त्री को थकान महसूस होती है।
8.- पेट बढ़ना
गर्भावस्था के दौरान पेट का आकर बढ़ने लगता है। हालांकि पेट पांचवें और छठे महीने से बढ़ता है।
9.- उल्टी होना
गर्भावस्था में महिलाओ के शरीर में कई तरह के बदलाव और हार्मोन में भी परिवर्तन होने लगते है। इस कारण स्त्री को उल्टी आती है और जी मिचलाता है। कुछ स्त्री को उल्टी होती है तो कुछ स्त्री को उल्टी नहीं होती है।
10.- मूड बदलना
गर्भावस्था के दौरान स्त्री का मूड बदलता रहता है। मूड कभी अच्छा रहता है तो कभी खराब रहता है। मूड का बदलना शारीरिक बदलाव के कारण होता है।
11.- कोयला, राख, ईंट खाने की इच्छा
कुछ स्त्रियों को गर्भावस्था के समय कोयला, राख या ईंट खाने की इच्छा होती है। गर्भधारण करने पर मुँह का स्वाद बदल जाता है जिसके कारन स्त्रियों को कोयला आदि खाने की इच्छा होती है।
12.- सेक्स इच्छा में कमी
गर्भधारण करने पर कुछ औरतों की सेक्स इच्छा में कमी आ जाती है लेकिन कुछ औरतों की सेक्स इच्छा बढ़ जाती है। हार्मोनल परिवर्तन के कारन सेक्स इच्छा बढ़ती और घटती है।
13.- विचित्र सपने आना
शोध में पाया गया है की गर्भवती औरत को प्रारंभिक अवस्था में विचित्र सपने आते है। कुछ स्त्री को अच्छे तो कुछ स्त्री को उलटे-सीधे सपने आते है
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