
लड़के लड़कियों से बेहतर होते है
लड़के और लड़कियों में ये लड़ाई बहुत दिनों से चल रही है कि कौन किस से बेहतर है। लड़के अपने को बेहतर समझते है तो लड़कियां अपने को बेहतर समझती है। आखिर बेहतर कौन है। इस पोस्ट में ज्ञान महासागर आपके इसी समस्या का समाधान लेकर आया है कि लड़के और लड़कियों में बेहतर कौन है। चलिए जानते है
1.- प्यार और सेक्स अलग अलग
प्यार और सेक्स के मामले में लड़के लड़कियों की तरह नहीं होते है। अगर आज सेक्स करने को मिला तो ठीक है नहीं मिला तो कोई बात नहीं। इसके लिए लड़के परेशान नहीं होते है। यहाँ तक कि अगर कोई लड़की किसी लड़के को प्यार में धोखा देती है तो लड़के उसके लिए पागल नहीं होते है। हां कुछ दिन तक उसके याद में खोये रहते है फॉर सामान्य जिंदगी जीते है। लेकिन लड़कियों को अगर कोई लड़का धोखा देता है तो उसे इस सदमे से निकलने में बहुत दिन लगते है।
2.- शारीरिक शक्ति
शारीरिक शक्ति की बात की जाए तो दुबले से दुबले लड़के भी शारीरिक शक्ति में लड़कियों से कम नहीं होते है। लड़के से कोई शारीरिक श्रम करा लो, लड़के जल्दी नहीं थकते है लेकिन लड़कियां तो एक घंटे में थक जाती है। अगर वजन उठाने की बात करें तो लड़के जितने वजन का सामान उठा सकते है लड़कियां उसका आधा भी नहीं उठा सकती है।
3.- औजारों की समझ
लड़के को औजारों की कितनी समझ होती है ये बताने की जरुरत नहीं है। लड़के जिस औजार से कभी काम नहीं किये है अगर एक-दो बार बता दो तो लड़के उस औजार से फटाफट काम कर लेते है। लेकिन लड़कियों को किसी औजार के बारे में कितनी बार भी बता दो वो जल्दी नहीं समझ पाती है।
4.- दुःख सहने की शक्ति
लड़के को दुःख सहन करने की शक्ति कितनी होती है ये पूरी दुनिया जानती है। कितना भी दुःख क्यों न आ जाए, लड़के कभी हताश नहीं होते है। अगर लड़कियों की बात करूँ तो थोड़ा सा दुःख आ जाए तो उनके आँखों से गंगा यमुना की धार बहने लगती है। कहने के मतलब यह है कि लड़कियों में दुःख सहने की शक्ति लड़को के आधी भी नहीं होती है।
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5.- डर
लड़कियां बहुत डरपोक होती है। लड़के उतने डरपोक नहीं होते है। लड़कियों को डर का कारण मिल जाए बस डर से उनका बुरा हाल हो जाता है। लेकिन लड़के को डर उपस्थित होने पर डर का सामना करते है न कि डरकर एकदम हताश हो जाते है। लड़कियां स्वभाव से ही डरपोक और लड़के स्वभाव से ही निडर होते है।
6.- कठिन परिस्थितियों को झेलने की क्षमता
जब समय अच्छे रहते है तब तो हर किसी के चेहरे पर मुस्कान रहती है लेकिन बुरे दिन में किसी के चेहरे पर मुस्कान रहे ये बड़ी बात है। कठिन परिस्थिति में लड़कियां बहुत जल्दी हार मान लेती है लेकिन लड़के को कितनी भी कठिन परिस्थिति का सामना करना पड़े वे हार नहीं मानते है, वे अपने सूझ-बूझ से विकट समय से निपटने की कोशिश करते है और लड़कियां तो विकट परिस्थिति देखकर ही रोनें लगती है।
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7.- इलेक्ट्रॉनिक्स या तकनीकी जानकारी
इलेक्ट्रॉनिक्स का काम तो मेरे लिए बायें हाथ का खेल, अगर कोई लड़की कह दे, नहीं कह सकतीं। इलेक्ट्रॉनिक्स का काम लड़कियों को बहुत कठिन लगता है। लेकिन लड़कों के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स का काम चुटकी का खेल होता है।
8.- समय की पाबन्दी
जब कही जाना तो लड़को को तैयार होने में 2 से 5 मिनट लगता है लेकिन अगर लड़कियों को कही जाना तो समझ लो कि उसे तैयार होने में 1 घंटे से कम नहीं लगेंगे। अगर कही एक सप्ताह के लिए जाना हो तो उसकी तैयारी करने में लड़कियों को एक दिन लग जाता है लेकिन लड़कों को ज्यादा से ज्यादा 2 घंटे। लड़के समय की कीमत समझते है लेकिन लड़कियां पूछो ही मत।
9.- निर्णय लेने की क्षमता
लड़को में निर्णय लेने की क्षमता लड़कियों से चार गुना ज्यादा होता है। जिस बात का निर्णय लड़के बहुत आसानी से ले लेते है लड़कियों के लिए वह कठिन होता है। लड़के जिस चीज का निर्णय 2 मिनट में ले लेते है, लड़कियों को उसी चीज का निर्णय लेने में आधे घंटे लग जाते है।
10.- अपने बात की कीमत समझना
लड़के अपनी बात की कीमत समझते है जिसको जो कह दिया सो कह दिया, उससे जल्दी नहीं मुकरते है लेकिन लड़कियां किसी को कोई बात कहे और उस बात से कब मुकर जाए कोई गारंटी नहीं। लडके अपने बात के जितने पक्के होते है लड़कियां अपनी बात की उतनी पक्की नहीं होती है।
अब गए होंगे की लड़के लड़कियों से बेहतर होते है।
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