पथरी का कारण , लक्षण और घरेलु उपचार

 

पथरी,Calculus

पथरी की समस्या आजकल आम हो गई है। बच्चे से बूढ़े तक में पथरी की शिकायत मिल रही है। आमतौर पर पथरी किडनी में होता है लेकिन कुछ लोग को मूत्रमार्ग या गाल ब्लाडर में भी होता है। पथरी 100 ग्राम से लेकर 500 ग्राम तक हो सकता है। अगर पथरी छोटी है तो घरेलु उपाय से गलकर निकल जाती है लेकिन पथरी बड़ी है तब ऑपरेशन करके ही निकाला जा सकता है। इसलिए पथरी का आभास होते ही उसका इलाज करना चाहिए, अगर आप पथरी की उपेक्षा करते रहे तो पथरी बढ़ जाएगी जिसका परिणाम होगा कि ऑपरेशन करना पड़ेगा।

पथरी का कारण
जो लोग अपने सुबह की शुरुआत चाय से करते है ऐसे लोग पथरी के शिकार होते है। कुछ लोगों को सुबह उठने के बाद सबसे पहले चाय चाहिए। सुबह चाय पिए बिना उन्हें संतुष्टि ही नहीं मिलती। सुबह के वक्त चाय पिने वाले लोग को पथरी हो सकती है। कुछ लोग भोजन में नमक का ज्यादा इस्तेमाल करते है। नमक में सोडियम होता है जो पेट में जाकर कैल्सियम के रूप में परिवर्तित हो जाता है। कैल्सियम की वजह से भी पथरी होता है। मांस , मछली और अंडा खाने वाले लोग पथरी के ज्यादा शिकार होते है। मांस , मछली और अंडा खाने से शरीर में प्यूरिन बनता है , प्यूरिन बनने से पथरी का जन्म होता है।

पथरी के लक्षण
ज्यादा पेशाब होना
पेशाब रुक रुक कर होना
एकाएक पेशाब लगना
पेशाब करते समय दर्द होना
पेट के निचले हिस्से में दर्द होना

पथरी का घरेलु उपाय
1. – पथरी होने पर नारियल का पानी पीना चाहिए। नारियल पानी पथरी में बहुत कारगर होता है।
2. – चीनी और चीनी बराबर मात्रा में लेकर पीस ले। इस चूर्ण को एक-एक चम्मच ठन्डे पानी के साथ दिन में दो तीन बार लेने से पथरी समाप्त हो जाती है।
3. – चीनी की चासनी या शहद में जीरे को डालकर सेवन करने पथरी गलकर पेशाब के रास्ते निकल जाएगी।
4. – पथरी में जामुन का सेवन करना चाहिए। जामुन सेवन करने से पथरी में बहुत लाभ होता है। इस रोग से ग्रस्त रोगी को जामुन जरूर खाना चाहिए।

5. – गुर्दे की पथरी में तुलसी का पत्ते का सेवन रामवाण इलाज है। पथरी के रोगी को तुलसी के पत्ते चबाना चाहिए। तुलसी के पत्ते का चाय बनाकर पिने से पथरी धीरे धीरे गलने लगती है और पेशाब के रास्ते निकल जाती है।
6. – ग्राम पपीते के जड़ को पीस लें। अब 50 ग्राम पानी में अच्छी तरह मिलकर किसी साफ कपड़े से छान लें और रोगी की प्रकृति के अनुसार पीला दें। 3 सप्ताह तक इस घोल को पीने से पथरी में आराम मिलता है और पथरी घुलकर निकल जाती है।

7. – पथरी को नष्ट करने में विटामिन बी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। केले में विटामिन बी पाया जाता है। पथरी के रोगी को केले का सेवन रोज दिन करना चाहिए। केला पथरी को बनने से रोकता है और गुर्दे की पथरी को तोड़ने में सहायक होता है। पथरी होने पर 5-6 केले रोज दिन खाना चाहिए।

8. – कुल्थी की दाल पथरी का अचूक और आसान घरेलु उपाय है। कुल्थी की दाल में पथरी को तोड़ने और गलाने की क्षमता होती है, अगर पथरी छोटी है तो कुल्थी की दाल पथरी को गलाकर बहार निकाल देगी। डॉक्टर भी पथरी होने पर कुल्थी की दाल सेवन करने की सलाह देते है।
9. – पथरी को समाप्त करने के लिए तरबूज का सेवन करना चाहिए। तरबूज में पोटैशियम होता है। तरबूज में पानी की काफी मात्रा होती है, तरबूज खाने से शरीर में पानी की कमी पूरी हो जाती है। तरबूज पथरी को गलाकर मूत्रमार्ग से बाहर निकाल देती है।