
Pregnancy me kya khaye ! गर्भधारण का एहसास हर माँ के लिए एक सुखद एहसास होता है। गर्भ धारण होते ही औरत के मन में खुशी के गुब्बारे फूटने लगते है। गर्भधारण के बारे में जानकर उस परिवार के सभी लोगों के मन में एक अजीब आनंद की अनुभूति होती है। जब महिला गर्भ धारण कर लेती है तब हर महिला की इच्छा होती है कि उसका बच्चा स्वस्थ और तंदुरुस्त पैदा हो। इसके लिए जरुरी है – पौष्टिक और स्वस्थ आहार का सेवन करना। गर्भवती स्त्री स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करती है, लेकिन कुछ महिलाओ को यह पता नहीं होता है कि गर्भावस्था में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।
गर्भ धारण करने पर स्त्री को कुछ सावधानियां रखना चाहिए जैसे क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए, क्या खाने से शिशु के विकास अच्छी तरह से होगा। ये सवाल हर स्त्री के मन में उठते है। आपके इसी सवालों का जबाव हम इस पोस्ट में देंगे। गर्भावस्था में क्या खाना लाभदायक है और क्या खाना हानिकारक है ?
Pregnancy me kya khaye ! गर्भावस्था में क्या खाना चाहिए?
1.-दूध
गर्भावस्था में स्त्री को दूध और दूध से बने पदार्थों जैसे – दही, पनीर, छाछ और मक्खन का सेवन करना चाहिए। दूध में कैल्शियम पाया जाता है साथ ही साथ फास्फोरस, विटामिन बी, मेगनिसियम, और जिंक भी पाये जाते है। गर्भवती स्त्री को दूध का सेवन प्रचुर मात्रा में करना चाहिए।
2.-पानी
गर्भवती महिला को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। वैसे तो हर व्यक्ति को 8 से 10 गिलास पानी रोज दिन पीना चाहिए। लेकिन गर्भवती स्त्री को एक दिन में 10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। शरीर में पानी की कमी से महिला को समस्या तो होगी ही साथ ही साथ गर्भ में पल रहे बच्चे को भी ,समस्या हो सकती है। इसलिए गर्भवती स्त्री को पानी पिने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। जरुरी नहीं है कि आप एक बार में 3-4 गिलास पानी पियें। एक-एक गिलास करके दिन भर में आपको 10 गिलास पानी पी लेना चाहिए।
3.-फल
गर्भवती स्त्री को फल का सेवन प्रचुर मात्रा में करना चाहिए। फलों में मौसमी फल खाना चाहिए। जैसे – सेब, केला, संतरा, तरबूज आदि। अगर आप फलों का रस पी सकती है तो आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा। फलों का रस पीने से आपको कमजोरी का एहसास नहीं होगा। फल का रस गर्भस्थ शिशु के लिए बहुत फायदेमंद है।
4.- हरी पत्तेदार सब्जियां
गर्भवती महिला को हरी पत्तेदार सब्जियां का सेवन करना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियां में पालक, गोभी, ब्रोकली, लौकी लेना चाहिए। इन सब्जियों में विटामिन सी, के, ए, आयरन, कैल्शियम, फाइबर, फोलेट, पोटेशियम पाया जाता है। गर्भवती महिला के शरीर को आयरन की सबसे अधिक जरुरत होती है। आयरन की कमी से बच्चे कमजोर पैदा हो सकते है। गर्भवती महिला को आयरन वाले खाद्य पदार्थ का सेवन जरूर करना चाहिए। हरी सब्जियां खाने से आयरन की आपूर्ति हो जाती है।
5.-सूखे मेवे
गर्भावस्था में सूखे मेवे का सेवन करना बहुत फायदेमंद रहता है। सूखे मेवे जैसे – काजू, किशमिश, अखरोट, बादाम आदि। सूखे मेवे में कैलोरी, फायबर, ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन पाये जाते है। जो स्त्री और गर्भस्थ शिशु के लिए बहुत लाभदायक होता है। इन फलों को खाने से गर्भावस्था में आलस्य का कम अनुभव होगा।
6.-शकरकंद
अगर गर्भवती स्त्री शकरकंद का सेवन करती है तो काफी फायदा होता है। शकरकंद में विटामिन ‘A’ पाया जाता है। विटामिन ‘A’ गर्भस्थ शिशु के आँखों के लिए लाभदायक होता है।
7.-साबूत अनाज
गर्भावस्था में साबूत अनाज का सेवन करने से काफी फायदा होता है। गर्भवती स्त्री को अपने रोज के आहार में साबूत अनाज जरूर लेना चाहिए। साबुत अनाज में जैसे भूरे चावल, ओट्स, किनोआ आदि। साबुत अनाज में प्रोटीन और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाये जाते है। साथ ही साथ फायबर भी पाये जाते है, जो बच्चे के शरीर के विकास में अहम् भूमिका निभाते है।
8.-दाल
गर्भावस्था में दाल का सेवन भी भरपूर मात्रा में करना चाहिए। जैसे – चना, मटर, सोयाबीन, मूंगफली और सेम की फलियां आदि दालें। गर्भवती औरत को अपने भोजन में इन दालों को जरूर शामिल करना चाहिए। दाल में लोहा, प्रोटीन और आयरन पाया जाता है। गर्भवती महिला को आयरन की विशेष जरुरत होती है। इसलिए गर्भावस्था में दाल का सेवन प्रचुर मात्रा में करना चाहिए।
9.-छेना
गर्भावस्था में छेना खाने से बहुत लाभ मिलता है। छेना दूध का ठोस भाग होता है। छेना में वसा, प्रोटीन, कैल्शियम और फास्फोरस भरपूर मात्रा में पाया जाता है। कैल्शियम और फास्फोरस बच्चे के हड्डी को मजबूत बनाते है। छेना का सेवन करने से मानसिक तनाव भी कम होता है। छेना खाने से गर्भवती स्त्री को कमजोरी का अनुभव नहीं होता है। हालांकि छेना खाने से कुछ स्त्री को कब्ज की शिकायत हो जाती है। अगर आपको भी छेना खाने से कब्ज हो जाता है तो छेने का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।
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गर्भावस्था में क्या नहीं खाना चाहिए?
1.-शराब का एकदम दुरी बनाकर रखें
शराब का सेवन तो हर किसी के लिए हानिकारक होता है। लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए शराब बहुत ज्यादा हानिकारक होता है। शराब पीने से गर्भस्थ शिशु पर बुरा प्रभाव पड़ता है। गर्भवती महिला को सिर्फ शराब से ही नहीं बल्कि सभी नशीली चीजों से दूर रहना चाहिए। अगर आपको शराब पीने की तलब लगती है तो थोड़ा सौंफ चबा लें। इससे शराब का तलब कम लगेगा। गर्भावस्था में किसी भी हालत में शराब नहीं पीना चाहिए। अगर आप शराब का सेवन करेगी तो गर्भस्थ शिशु के मानसिक और शारीरिक विकास में समस्या आती है। कुछ महिलाओ के साथ तो ऐसा भी देखा गया है कि गर्भावस्था में शराब पीने से गर्भपात हो गया।
2.-फास्ट फूड नहीं खाना चाहिए।
फास्ट फूड का सेवन करना सभी के लिए हानिकारक होता है। लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए तो बहुत हानिकारक है। तले, भुने, चटपटे, मसालेदार पदार्थो का सेवन कम से कम करना चाहिए। अगर आप फास्ट फूड से परहेज रखे तो आपके लिए बेहतर होगा।
3.-गरिष्ट पदार्थ नहीं खाएं
गर्भावस्था में सुपाच्य और जल्दी पचने वाले आहार का सेवन करना चाहिए। गर्भावस्था में सड़े, गले, बासी, कच्चे और अधपके भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसे भोजन भी नहीं करना चाहिए जो देर से पचते हो। गर्भवती महिलाओं में कब्ज की समस्या देखने को मिलती है। इसलिए गर्भावस्था में हलके और सुपाच्य आहार का सेवन करना चाहिए।
4.-चाय, कॉफी का सेवन नहीं करें
जो महिला चाय पीती है उनके लिए चाय छोड़ना बहुत कठिन काम है। गर्भावस्था में कैफीन नहीं लेना चाहिए। डॉक्टर कैफीन का सेवन कम मात्रा में करने का सलाह देते है। चाय और कॉफी में कैफीन पाया जाता है। गर्भावस्था में चाय, कॉफी पीने से बच्चे का वजन भी बढ़ सकता है। अगर आप ज्यादा चाय, कॉफी पीती है तो आपको गर्भपात का खतरा भी हो सकता है। जहाँ तक संभव हो गर्भवती महिला को चाय, कॉफी नहीं पीना चाहिए। लेकिन अगर आप चाय के बिना नहीं रह सकती है तो कम मात्रा में चाय पी सकती है।
5.-पपीता का सेवन नहीं करें
गर्भवती महिला को पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए। पपीता बहुत गर्म प्रकृति का होता है। गर्भावस्था में अधिक गर्म प्रकृति वाले पदार्थो का सेवन नहीं करना चाहिए। पपीते का सेवन करना गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए गर्भावस्था में पपीते का सेवन करने से बचना चाहिए।
6.अंकुरित चीजे नहीं खाना चाहिए
वैसे तो अंकुरित अनाज खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। लेकिन गर्भवती महिला के लिए यह उल्टा हो जाता है। दरअसल अंकुरित अनाज में एक साल्मोनेला, लिस्टेरिया जैसे बैक्टीरिया पाये जाते है। इनके कारण गर्भवती स्त्री को उल्टी और दस्त हो सकती है और गर्भस्थ शिशु को भी नुकसान पहुँच सकता है। इसलिए गर्भावस्था में अंकुरित अनाज खाने से बचना चाहिए।
अब आपको समझ आ गया होगा कि गर्भावस्था में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।
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