
Sigret pine ke nuksan. युवाओं को आजकल सिगरेट पीने की लत कुछ ज्यादा ही लग गयी है। अधिकतर युवा सिगरेट पीने लगे है। कुछ लोग शौक से सिगरेट पीते है, कुछ लोग सिगरेट पीने में अपनी शान समझते है। कुछ लोग तनाव में सिगरेट पीने लगते है। कुछ लोग ख़ुशी में सिगरेट पीते है। सिगरेट आप खुशी में पियें या तनाव में, सिगरेट तो नुकसान ही करेगा। बुजुर्ग लोग सिगरेट की जगह बीड़ी पीना पसंद करते है। सिगरेट के धुंए में बहुत हानिकारक रसायन पाये जाते है जैसे – कार्बन मोनोऑक्साइड, हाइड्रोजन साइनाइड,अमोनिया, सीसा, बेंजीन, ब्यूटेन, फॉर्मलाडीहाइड, आर्सेनिक। ये रसायन साँस के द्वारा फेफड़े में चले जाते है। ये हानिकारक रसायन फेफड़े में इकठ्ठा होते रहते है और एक दिन फेफड़े को बर्बाद कर देते है। सिगरेट शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक है। चलिए जानते है सिगरेट पीने के नुकसान
1.- प्रजनन क्षमता में कमी
जो लोग धूम्रपान करते है उनके प्रजनन क्षमता में कमी आ जाती है। सिगरेट पीने से शुक्राणु का उत्पादन कम होता है। एक शोध में यह पाया गया था कि जो लोग लंबे समय से सिगरेट पी रहे थे उनके शुक्राणु की संख्या घट गयी थी। अगर आप भी सिगरेट के आदि है तो अभी से छोड़ दे क्योंकि सिगरेट पीने से संतान पैदा करने की क्षमता घट जाती है।
2.- मधुमेह
शायद आपको नहीं पता होगा की मधुमेह रोग होने का एक कारण धूम्रपान करना भी है। सिगरेट ग्लूकोज चयापचय को बिगाड़ देता है। गर्भवती महिलाओं को सिगरेट पीने से गर्भस्त्राव संबंधी मधुमेह होने का खतरा रहता है। ऐसा भी देखा गया है कि जो महिला गर्भावस्था में सिगरेट पीती थी उसके बच्चे को आगे चलकर मधुमेह हो गया। इसलिए गर्भवती महिलाओं को कभी भी सिगरेट नहीं पीना चाहिए।
3.- ह्रदय रोग
सिगरेट पीने से सिगरेट का धुआं फेफड़े में जाता है। धुंए के साथ कई जहरीले रसायन भी अंदर जाते है जो ह्रदय रोग का कारण बनता है। सिगरेट में निकोटिन पाया जाता है जिससे ह्रदय रोग और स्ट्रोक की सम्भावना बढ़ जाती है। सिगरेट पीने वाले लोगों को ह्रदय रोग होने का खतरा सिगरेट नहीं पीने वाले लोगों से तीन गुना ज्यादा रहता है।
4.- नेत्र रोग
सिगरेट के धुएं में आर्सेनिक, फार्मलाडिहाइड और अमोनिया पाया जाता है जो मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और ड्राई आई सिंड्रोम का कारण बनता है। सिगरेट के रसायन आँखों के लिए बहुत हानिकारक होता है। धूम्रपान करने से आँखों की रौशनी भी धीरे धीरे घटने लगती है।
5.- स्वास रोग
सिगरेट पीने से अस्थमा, साँस लेने में परेशानी और खांसी जैसे रोग उपहार में मिल जाता है। सिगरेट में पाये जाने वाले हानिकारक पदार्थ फेफड़ों में ऑक्सीजन को जाने में रूकावट डालते है। इस रूकावट के कारण साँस लेने में परेशानी होने लगती है। सिगरेट पीने वाला व्यक्ति धीरे-धीरे अस्थमा और तपेदिक रोग का शिकार हो जाता है।
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6.- बुढ़ापा जल्दी लाये
सिगरेट पीने से त्वचा पर झुर्रियां पड़ने लगती है। धूम्रपान के आदि व्यक्ति के त्वचा पर फाइन लाइन जल्दी दिखने लगते है। सिगरेट में मौजूद निकोटिन शरीर में होने वाले रक्त प्रवाह को प्रभावित करता है। त्वचा में रक्त प्रवाह ठीक से नहीं होने के कारण त्वचा संबंधी समस्या होती है। यहाँ तक की धूम्रपान करने से कसी हुई त्वचा ढीली होने लगती है। त्वचा ढीली होने से व्यक्ति बूढा दिखने लगता है।
7.- दिमाग सिकुड़ना
सिगरेट पीने से दिमाग का कॉर्टेक्स वाला हिस्सा पतला होने लगता है। कॉर्टेक्स पतला होने से याद रखने की शक्ति घटने लगती है। कॉर्टेक्स पतला हो जाने से सोचने समझने की क्षमता पर भी प्रभाव पड़ता है। लगातार सिगरेट पीने वाला इंसान दिमागी रूप से कमजोर हो जाता है और दिमाग सिकुड़ने लगता है। दिमाग सिकुड़ जाने से सोचने, समझने और याद करने की क्षमता में कमी आ जाती है।
8.- फेफड़े का कैंसर
आमतौर पर देखा जाता है की जो लोग धूम्रपान करते है उनको फेफड़ों की समस्या धूम्रपान नहीं करने वाले लोगों की अपेक्षा अधिक होती है। सिगरेट में मौजूद विषैले पदार्थ फेफड़ों में ऑक्सीजन को जाने में अवरोध उत्पन्न करते है। इस अवरोध के कारण खांसी और स्वास रोग होते है। जिससे फेफड़ों में कैंसर का जन्म होता है। शोध में यह सामने आया है की 90 प्रतिशत फेफड़ों में कैंसर धूम्रपान की वजह से होता है। ये तो सब कोई जानते है कि जब तक फेफड़ा ठीक है तब तक इंसान ठीक है लेकिन फेफड़ा खराब होने पर जीवित रहना बहुत कठिन है।
9.- काले होठ
सिगरेट पीने से होठ काला हो जाते है। सिगरेट में निकोटिन पाया जाता है। निकोटिन त्वचा को जला देता है। निकोटिन से जलने के कारण होठ काला हो जाता है। कॉफी पीने से भी होठ काला होता है। कॉफी में कैफीन पाया जाता है। कैफीन का भी काम है त्वचा को जलाना, इसीलिए ज्यादा कॉफी का सेवन करने से होठ काले हो जाता है। कॉफी पीने से होठ देर से काला होता है लेकिन सिगरेट पीने से होठ बहुत जल्द काला हो जाता है।
10.- कमजोर पाचन शक्ति
सिगरेट पीने से पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। दरअसल जब आप खाली पेट सिगरेट पीते है तो यह पेट के लिए बहुत नुकसानदेह होता है। पेट जब खाली रहता है उस समय पेट में एक प्रकार का अम्ल बना रहता है। यह अम्ल सिगरेट के धुएं के साथ मिलकर पाचन तंत्र को प्रभावित करता है और पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है
11.- घाव भरने में देरी
सिगरेट पीने से रक्त और अस्थि की कोशिका को नुकसान पहुँचता है। शरीर में होने वाले घाव को भरने में कोशिका का महत्वपूर्ण योगदान होता है। स्वस्थ कोशिका घाव को जल्दी भर देता है लेकिन यदि कोशिका स्वस्थ नहीं है तो घाव भरने में बहुत समय लगता है। सिगरेट आपके कोशिका को अस्वस्थ बना देता है जिस कारण घाव देर से भरता है।
अब आप समझ गए होंगे कि सिगरेट पीने से क्या नुकसान होता है।
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