तरक्की के लिए कैसे भोजन करें ! TARAKKI KE UPAY

TARAKKI KE UPAY IN HINDI ! तरक्की के लिए कैसे भोजन करें

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TARAKKI KE UPAY IN HINDI ! इस लेख में हम आपको बताने जा रहे है कि तरक्की के लिए कैसे भोजन करें। हो सकता है कि आपको पढ़कर आश्चर्य लगा होगा कि तरक्की या बरकत का भोजन से क्या संबंध, लेकिन वास्तव में तरक्की का भोजन से बहुत संबंध है। आप कैसे और किस तरह भोजन करते है इसका संबंध आपके घर की बरकत और तरक्की से है। इस पोस्ट में आप यह जानेंगे कि कैसे और किस तरह भोजन करने से तरक्की रुक जाती है और कैसे भोजन करने से तरक्की होती है।

शुद्ध अवस्था में भोजन करें

भोजन हमेशा शुद्ध अवस्था में करना चाहिए। अगर आप अशुद्ध और अपवित्र है तो पहले हो लें फिर भोजन करें। अगर आप शौच या अपवित्र जगह से आये है तो उस समय भोजन नहीं करें। भोजन हमेशा स्नान करने के बाद करना चाहिए। आप जितना शुद्ध अवस्था में भोजन करेंगे आपकी उतनी तरक्की होगी।

जूठा भोजन नहीं करें।

जूठा भोजन नहीं करना चाहिए। किसी का जूठा, बचा हुआ या दूसरे के जूठे बर्तन में भोजन नहीं करें। किसी का जूठा या किसी का खाया हुआ भोजन नहीं करें। जूठा भोजन करने से तरक्की रूकती है।

अशुद्ध या बासी भोजन नहीं करें।

हमेशा शुद्ध भोजन करना चाहिए। भोजन में कोई अपवित्र वस्तु पड़ जाए या भोजन को कुत्ता देख ले, भोजन में बाल पड़ जाये तो ऐसा भोजन नहीं खाना चाहिए। एक दिन का बना खाना दूसरे दिन नहीं खाना चाहिए। कुछ लोग रात का बचा रोटी दूसरे दिन खा लेते है। बासी भोजन करने से भी तरक्की रुक जाती है।

जला, सड़ा, गला या दुबारा पका भोजन नहीं करें

जो भोजन जल गया, सड़ गया या ज्यादा देर होने से गल गया ऐसा खाना भी नहीं खाना चाहिए। कुछ लोग एक ही भोजन को दुबारा पकाते है, दुबारा पकाया हुआ भोजन भी नहीं करना चाहिए। जिस भोजन से गंध आती हो ऐसा खान भी नहीं खाना चाहिए।

अकेले भोजन नहीं करें

भोजन अकेला नहीं करना चाहिए। इसका मतलब ये नहीं कि एक ही थाली में दो लोग भोजन करें, इसका मतलब ये है कि आप जो खाना खाएंगे तो दूसरों को भी देकर खाएं। अक्सर हमलोग को बड़े बुजुर्ग कहते थे कि अकेला खाना वाला गरीब हो जाता है और बांटकर खाना वाला राजा हो जाता है।

एक ही थाली में दो लोग भोजन नहीं करें

अक्सर देखा जाता है कि परिवार में दो लोग एक ही थाली में भोजन करते है यहां तक की पति पत्नी एक ही थाली में खाते है। एक ही थाली में दो लोगों को नहीं खाना चाहिए। खासकर पति पत्नी को तो एक थाली में नहीं खाना चाहिए। पति अगर पत्नी के साथ खाना खाता है तो पत्नी का जूठन खाता है और जो पुरुष पत्नी का जूठन खाएगा ऐसा व्यक्ति जीवन में कितना तरक्की करेगा आप खुद सोच सकते है।

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